Nutrition

मानव शरीर के लिए कोदरा के लाभ-Health benefits of kodo millets

कोडो दैनिक नियमित आहार का हिस्सा होना चाहिए

कोदरा (kodo millets ) की परिभाषा- कोदो अनाज के पौधे 60 से लेकर 150cm तक ऊंचा होते हैं और इसके पत्तों का लंबाई 15 से 40 सेंटीमीटर और चौड़ाई 5 से 12 मिलीमीटर होते हैं. और यह अनाज पूरी तरह से परिपक्व होने के बाद कॉफी यह चॉकलेट जैसा सावला रंग का हो जाता है |
जिसे हिंदी में वरागु चावल या कोदरा के नाम से भी जाना जाता है, सदियों से भारत के दक्षिणी भाग में उगाया और खाया जाता रहा है।जो लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं  विशेषज्ञों का सुझाव है कि कोडो उनके दैनिक नियमित आहार का हिस्सा होना चाहिए। कोदरा पौष्टिक होते हैं उन्हें पचाना बहुत आसान हो जाता है।

कोदरा के अनोखे फायदे ( Kodo Benefits in Hindi )

1. रक्त को साफ करें

कोदो आपके शरीर में ब्लड प्यूरीफायर जैसा काम करता है अगर खून में किसी भी प्रकार की गंदगी हो इसके सेवन धारा आप अपने खून को साफ कर सकते हैं. और खून साफ होने पर आपके त्वचा संबंधित समस्याओं से निजात मिलता है. जो लोग एनीमिया से ग्रसित होते हैं जिनकी शरीर में खून की कमी होती है उनके लिए भी यह एक रामबाण औषधि है |

2. डायबिटीज पेशेंट जरूर खाएं

जिन लोगों को डायबिटीज है उनके लिए भी कोदो एक औषधि से कम नहीं इसके सेवन से आप डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं. डायबिटीज पेशेंट इसे आज ही अपने भोजन में शामिल करें और फर्क देखें.
kodra in hindi

3. अनिद्रा से राहत

आजकल की जिंदगी में बहुत से लोगों को अनिद्रा की समस्या बनी रहती है. अगर आप यह आपके परिवार के व्यक्ति अनिद्रा से ग्रसित हैं तो आप उन्हें कोदो का सेवन करने की सलाह दें यह अनिद्रा के मरीजों के लिए एक नींद वर्धक औषधि के रूप में काम करता है.

4. कैंसर और अन्य रोगों का का इलाज

कोदो ब्लड कैंसर, इंटेस्टाइन कैंसर, थाइरोइड, और लीवर के सभी समस्याओं का समाधान भी है. अगर आप कोदो खाते हैं  तो आपको इन से छुटकारा मिल जाएगा.

5. बच्चों के लिए भी फायदेमंद

kodo millets का जो पोषण मात्रा है वह काफी अधिक होता है इसे आप 9 महीने के बच्चे को भी दे सकते हैं. और इसमें काफी अधिक मात्रा में मिनिरल्स भी होते हैं जो पाचन शक्ति को बढ़ाता है और इसे आप बच्चों को पकाकर इसका काढ़ा बना ले और बच्चों के भोजन में शामिल करें.

6. मोटापा घटाने में मददगार

कोदो जो होता है वह काफी हाई एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और यह शरीर में शुगर की मात्रा धीरे-धीरे छोड़ता है इससे आपको भूख भी कम लगती है और आप कोदो बनाया हुआ चावल या कोई भी चीज खा ले तो आपको काफी लंबे समय तक भूख नहीं लगेगी और यह मोटापा घटाने में भी मददगार साबित होता है

7. बवासीर से राहत

बवासीर काफी दर्द देने वाला रोग है अगर सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो ऑपरेशन की भी नौबत आ सकती है. लेकिन कोदो का भात बना कर इसे किसी भी प्रकार के जूस में मिलाकर बवासीर के रोगियों को रोजाना खिलाया जाए तो उन्हें इसकी समस्या से छुटकारा मिल सकता है.

8 . रूसी की समस्या में कोदो के फायदे (Benefits in Fighting with Dandruff in Hindi)

kodo पंचांग को जलाकर भस्म बना लें। इसमें जल मिलाकर सिर पर लेप करने से दारुणक (रूसी की समस्या) में लाभ होता है।

9 .कोदो के औषधीय गुण से सांसों की बीमारी और खांसी का इलाज (Rice Benefits for Respiratory and Cough Disease in Hindi)

कोद्रव के बीजों का भस्म बना लें। 1-2 ग्राम भस्म में शहद मिलाकर सेवन करने से सांसों के रोग और खांसी में लाभ होता है।

10 . पेट के रोग में कोदो के सेवन से लाभ (Benefits to Treat Abdominal Pain in Hindi)

• कोदो का भात (चावल) बनाकर दही के साथ खिलाने से पेट का दर्द ठीक होता है।
• कोद्रव की खीर बनाकर खिलाने से पेट के दर्द में लाभ होता है।

 क्या कोदरा दलिया से बेहतर है ?

डॉक्टरों के अनुसार कोदरा (kodo millet) थायमिन, नियासिन, फास्फोरस, आयरन का अच्छा स्रोत है। ओट्स(oats) थायमिन, मैग्नीशियम, जिंक का अच्छा स्रोत हैं। ओट्स फास्फोरस, आयरन का एक बड़ा स्रोत हैं।
रोगों के लिए उत्तम
1. कोदरा (कोडरी) में गुण होते हैं जो मधुमेह रोगियों और  मोटे लोगों की भी मदद कर सकते हैं |

2. हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर जैसे चयापचय रोगों से पीड़ित पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए कोडो का नियमित सेवन फायदेमंद है।

3. यह आपके कोलन को हाइड्रेट करने और कब्ज को रोकने में मदद करता है।

अपने पसंदीदा व्यंजनों में कोदरा को प्रतिस्थापित करें-अपने पसंदीदा भोजन को छोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है। बस एक या दो सामग्री को कोदो  से बदलें और आप एक स्वादिष्ट, संतुलित आहार खाएंगे जो पौष्टिक भी है। यहां कुछ चीजें हैं जो आप कर सकते हैं |

कोदरा का उपयोग कैसे करें – How To Use Kodo Millet in Hindi

कोदो को पकाने से पहले कम से कम भिगो के रख दे 4 से 6 घंटे तक. इस अनाज को जितना भी पानी चाहिए इसको सोख लेने दे ताकि आप भोजन में जब इसको खाएं तो आसानी से यह पच जाए. अगर आप kodo millets इसका आटा बनाने का सोच रहे हैं तो इसे पहले भिगोकर उसके बाद सूरज की रोशनी में रख दें फिर  इसका आटा बनाएं  और गूंथ कर पकाने के बाद खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है.
रेसिपी – ( Kodo Millet recipe in Hindi )-कोदरा से बनने वाले कोई भी भोजन पोस्टिक तत्वों से भरपूर होता है लेकिन खाने में अलग-अलग भोजन अलग-अलग स्वाद का होता है आइए जानते हैं कोदो से बनने वाले भजनों के बारे में आपको इनमें से जो भी पसंद आए आप उसे अपने घर पर बना सकते हैं.

1. सूप ( Kodo Millets Soup )
2.  कोदो का उपमा ( kodra Upma )
3. कोदरा मिक्स दाल डोसा ( Kodo Millet Mix Dal Dosa )
4. kodo millets वेगण खीर ( kodra Vegan Kheer )
कोदरा इडली ( Kodo Millet Idlis ) in hindi
1. kodo इडली ( Kodo Millet Idlis )
2. कोदो पुलाओ ( kodra Millet Pulao )
3. kodo millets मूंग मसूर दाल डोसा ( Kodo Dal Dosa )
4. कोदो खिचड़ी ( kodraMillet Khichadi )

इसे भी पढ़ेhttps://alwayshealthyfit.com/what-are-the-health-benefits-of-quinoa

उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर जैसे हृदय रोगों के लक्षणों से पीड़ित पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए kodo millets का नियमित सेवन बहुत फायदेमंद है।यहां कोदो से होने वाले सभी फायदे के बारे को बहुत ही आसान शब्दों  में लिखा गया है ताकि आप कोदो से पूरा-पूरा लाभ ले पाएं, लेकिन औषधि के रूप में कोद्रव का प्रयोग करने के लिए चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

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